Dhanbad : धनबाद जीटी रोड में ट्रैफिक व्यवस्था फेल नजर आ रही है. जिस वजह धनबाद में लगातार सड़क दुर्घटना से लोगों की मौत हो रही है. रविवार को जीटी रोड पर ऐसे दो घटनाएं हुई जो ट्रैफिक नियम पालन नही करने की वजह से चार लोगों की जान चली गई. पहली घटना गलत दिशा पर जा रही मारुति वैन को कंटेनर ने टक्कर मार दी. इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई. जबकि 5 लोग घायल हो गए. वहीं दूसरी घटना रविवार की रात 8 बजे की है. जहां मेन रोड पर ट्रक को खड़ा कर चले जाने की वजह से हुआ. उसी लेन से पीछे से आ रही ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी. इस घटना से खलासी की मौके पर ही मौत हो गई.
कहां हुई घटना : नेशनल हाईवे 2 के दिल्ली-कोलकाता मुख्य सड़क में राजगंज थाना के अंतर्गत महेशपुर मोड़ के पास हुई. जहां पहले से एक खड़े ट्रक को दूसरे वाहन ने जोरदार टक्कर मारी. टक्कर इतनी जोरदार थी कि खलासी की मौत मौके पर ही हो गई. घटना रविवार का रात की रात 8 बजे की है. सड़क पर ट्रक खड़ा था. इस दौरान दिल्ली कोलकाता लेने पर पीछे से तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक ने सड़क पर खड़े दूसरे ट्रक का धक्का मार दिया. टक्कर इतनी तेज थी की दूसरी ट्रक के आगे खड़ा तीसरा ट्रक से टकरा गया. इस दौरान धक्का मारने वाला हरियाणा नंबर की ट्रक का बाय हिस्सा आगे खड़े ट्रक और चालक जीतू और खलासी छोटू केबिन में फंस गया। घटना की सूचना मिलने पर रायगंज पुलिस मौके पर पहुंची. केबिन में फंसे चालक को निकालने के लिए क्रेन मंगाया गया. डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद केबिन में फंसे चालक को निकालने में सफलता मिले. हालांकि क्रेन की मदद से खलासी को नहीं निकाला जा सका. दोनों ट्रक को हटाने के लिए हाइड्रा मंगाया गया. सवा दो घंटे बाद खलासी का शव को ट्रक के केबिन से बाहर निकल गया
जीटी रोड पर सर्विस लेन के वजह मुख्य सड़क पर भारी वाहनों को खड़ा
बताया जा रहा है कि जीटी रोड पर सर्विस लेन के वजह मुख्य सड़क पर भारी वाहनों को खड़ा किया जाता है. इस वजह से आए दिन हादसे हो जा रहे हैं और लोगों की जान भी जारी है. हादसे की व्यवस्था इससे समझी जा सकती है. यह हरियाणा नंबर ट्रक के धक्के से झारखंड नंबर की ट्रक मुख्य मार्ग पर डिवाइडर से टकराने के बाद 20 मीटर तक आगे घसीटते गई और दूसरे ट्रक को धक्का मार दिया. इस दौरान बिजली के पल भी टूट गए घटना के समय झारखंड नंबर ट्रैक के चालक और खलासी होटल में खाना खा रहे थे. इस वजह से उनकी जान बच गई. ट्रक में फंसा चालक निकालने के बाद बदहवास अवस्था में बार-बार खलासी को निकालने का गुहार लगा रहा था. उसे यह पता नहीं था की हद से मैं खलासी की मौत हो चुकी है.