बोकारो : चास के आईटीआई मोड में स्थित शिव शक्ति अस्पताल में कुम्हारी गांव निवासी सुनील सिंह की पत्नी राधिका कुमारी (20 वर्षीय) की इलाज के दौरान गंभीर होने पर परिजनों ने हंगामा किया। बताया जाता है कि गर्भवती महिला को 9 में को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां 10 में को ऑपरेशन के बाद प्रसव हुआ तो मां व बच्चा सही सलामत थे। 11 मई की सुबह महिला की स्थिति अचानक बिगड़ गई। इस पर परिजनों की स्थिति नहीं समझते देख रेफर करने को कहा। लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने बिना पैसा जमा किए जाने पर रेफर करने से मना कर दिया। इस पर ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर पहले अस्पताल का बिल चुकाया। फिर मरीज को लेकर बोकारो जनरल अस्पताल पहुंचे। बीजीएच में चिकित्सकों ने महिला की स्थिति गंभीर बताई और महिला को वेंटिलेटर पर रखा गया है।
बीजीएच के डॉक्टरों ने मरीज के अति गंभीर होने की बात कही है और ठीक होने की संभावना काफी कम बताई है। इससे नाराज परिजन दर्जनों महिलाओं के साथ शिव शक्ति अस्पताल पहुंचकर हंगामा करने लगे और अस्पताल प्रबंधन को चिकित्सा पर लापरवाही का आरोप लगाया। सूचना मिलते ही चास पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाया पुलिस ने परिजनों को अस्पताल प्रबंधन के विरोध लिखित शिकायत करने की बात कही और हंगामा करने से रोका। इसके बाद परिजन शांत हुए लेकिन परिजनों ने मुआवजा की मांग को लेकर अड़े हुए थे।
इस मामले पर शिव शक्ति अस्पताल के मैनेजर प्रमोद कुमार ने कहा की लापरवाही का आरोप सरासर गलत है। तबीयत बिगड़ने पर मरीज को परिजनों के राजा बंदी के बाद ही हायर सेंटर 11 मई को रेफर किया था।