गिरीडीह : पहले किया बलात्कार फिर बना पति। ऐसा ही मामला गिरिडीह के गांव के रहने वाले गुलशन कुमार सिंह के साथ देखने को मिला। जिस लड़की ने बलात्कार के आरोप में गुलशन कुमार सिंह को जेल भेजवाया। आखिरकार सोमवार को गिरिडीह के बाबा दुखिया महादेव मंदिर में उसी लड़की से शादी कर अपना घर बसाने की कसमें खाई। नारी शक्ति की दिशा में समाज को प्रेरित करने के लिए यह पहल की गई। इस विवाह को सफल बनाने में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश यशवंत प्रकाश और गिरिडीह केंद्रीय कारा की जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया का अहम योगदान रहा। इसके लिए गुलशन कुमार को पैरोल पर कुछ घंटे के लिए मुक्त किया गया था।
बता दे की सोमवार को पैरोल पर बाहर निकले आरोपी युवक गुलशन सिंह अपने परिजनों के साथ गिरिडीह के बाबा दुखिया महादेव मंदिर पहुंचे जहां पीड़िता पहले से ही सज धज कर उनकी दलहन बनने के लिए तैयार थी। उनके साथ युवती के परिजन भी मंदिर में मौजूद थे। इस दौरान पुजारी के वेद मंत्रोचार के बीच दोनों का विवाह हिंदू रीति रिवाज के अनुसार मंदिर परिसर में सम्पन्न हुआ। दोनों को जीवन भर एक दूसरे का पति-पत्नी के रूप में जीवन गुजारने की कसमें खाई, सिंदूर डाला, वरमाला पहनाया और सात फेरे लिए। लड़की को यकीन नहीं हुआ कि उसके मांग में वही युवक सुंदर डालेगा जिसने एक वक्त उसके साथ दुष्कर किया था। लिहाजा इस शादी के दौरान लड़की फूफक-फूफक कर रो रही थी। इसके बाद जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया ने उसे मां बनकर संभाल लिया और उन्हें आशीर्वाद दिया। शादी की सारी रस में होने के बाद युवक गुलशन सिंह को दोबारा जेल भेज दिया गया।
वहीं जेल अधीक्षक की माने तो दुष्कर्म की इस मामले में दोनों के समझौते के आधार पर शादी हुआ तो उन्होंने उम्मीद जाता है कि न्यायालय अब जल्द ही गुलशन सिंह को रिहा भी कर देगा।
क्या है पूरा मामला
इसी वर्ष जनवरी माह में गिरिडीह गांव के गांव निवासी गुलशन सिंह पर दुष्कर्म का आरोप लगाकर एक पीड़िता ने गांवा थाना में केस दर्ज करवाई थी। केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने गुलशन सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन जेल में गुलशन सिंह ने जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया के समक्ष कई बार रोते-रोते अपनी करतूत पर जिंदगी जाहिर किया। लिहाजा जेल अधीक्षक ने उसे इसके लिए शादी के लिए प्रेरित किया अगर वह चाहे सब सामान्य हो सकता है बस उसी पीड़िता के साथ शादी कर निकले तैयार हो गया और दोनों ने एडीजे 2 के कोर्ट में समझौतानुमा लिखकर दिया कि दोनों शादी के लिए तैयार है। इसके बाद दोनों की शादी दे दी गई।