Chakradharpur : पश्चिम सिंहभूम पुलिस ने हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र के केंदपोशी रेलवे स्टेशन के पास हुए एक ही परिवार के दो बच्चे समेत उनकी माँ की हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है. पुलिस ने इस मामले में मृतक के ही घरवालों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है की घरेलू विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. पुलिस ने गिरफ्तार सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है. जिन लोगों को इस हत्याकांड के आरोप में गिरफ्तार किया गया है उनमें मंगल सिंह सिंकु, मोटरा सिंकु, जोगेन सिंकु, सोमा सिकु और टुपरा सिंकु शामिल हैं. पुलिस ने बताया है की इनमें से तीन आरोपी मृतका के देवर, भैसूर और चाचा ससूर शामिल हैं.
पुलिस ने बताया है की पारिवारिक विवाद और इमली पेड़ के हिस्सेदारी को लेकर मृतका के घरवालों ने ही इस दिल दहला देने वाली तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया है. पहले घरवालों के द्वारा इसे डायन हत्या बताया जा रहा था. लेकिन पुलिस को अनुसंधान के क्रम में डायन हत्या से सम्बंधित कोई साक्ष्य नहीं मिला. अब यह साफ हो चूका है की एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या पारिवारिक विवाद में हुई है.
इस हत्याकांड को सुलझाने में सबसे बड़ी कड़ी के रूप में मृतका की बेटी सामने आई है. 15 साल की बेटी ने ही पुलिस को हत्यारों तक पहुँचने में मदद की. बताया जा रहा है की हत्याकांड के दौरान मृतका की यह बेटी किसी तरह बच निकलने में सफल रही थी. मालूम रहे की शनिवार सुबह जब केंदपोशी रेलवे स्टेशन के पास लोगों ने दो बच्चे समेत महिला की लाश देखि तो सभी के होश उड़ गए थे. पुलिस भी इस तरह की घटना देख हैरान परेशान थी. पुलिस को यह समझ नहीं आ रहा था की यह हादसा है, या आत्महत्या या फिर हत्या. पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती लाशों की पहचान करना था.
रेल पटरी पर तीन लोगों के शव पाए जाने के बाद इस घटना को जिले के एसपी आशुतोष शेखर ने भी बेहद गंभीरता से लिया. उन्होंने इस घटना के पीछे छुपे राज को खोलने के लिए बिना देर किये जगन्नाथपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राकेश नंदन मिंज के नेतृत्व में एक विशेष अनुसंधान दल एसआईटी का गठन किया. इसी दौरान एसआईटी मृतका की बेटी तक जा पहुंची. जिसके बाद पुलिस के सामने मृतका की बेटी ने हत्याकांड के सारे राज खोल दिए. बेटी ने मृतकों की पहचान करते हुए बताया की पटरी पर पड़ी लाशें उनकी माँ रोयवारी सिंकु और दो छोटे छोटे भाई बहन के हैं.एसपी आशुतोष शेखर ने रविवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया की पारिवारिक विवाद और इमली पेड़ की हिस्सेदारी को लेकर मृतका के देवर, भैंसुर और चाचा ससुर समेत परिवार के ही पांच लोगों ने मिलकर तीनों की हत्या की थी. हत्या में इस्तेमाल किये गए दो डंडे भी बरामद कर लिए गए हैं. दो छोटे छोटे बच्चे समेत उसके माँ की हत्या करने के बाद हत्यारों की कोशिश यह थी की इन सभी के मौत को हादसा या फिर आत्महत्या के रूप में दर्शा कर पुलिस को गुमराह किया जाए ताकि वे इस अपराध से बच सकें. इसलिए हत्या करने के बाद सभी तीन लाशों को केंदपोशी रेलवे स्टेशन के पास रेल पटरी पर फेंक दिया गया था. पुलिस की एसआईटी की टीम अनुसंधान के क्रम में हत्यारों का पता लगा चुकी थी.
बीती रात को सभी हत्यारों को छापामारी कर गिरफ्तार किया गया और उनसे पूछताछ की गयी. पुलिस के पूछताछ में गिरफ्तार सभी आरोपियों ने स्वीकार कर लिया है की उन्होंने पारिवारिक विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया है. इधर एसपी आशुतोष शेखर ने यह भी बताया है की रेल पटरी पर चार किलोमीटर दूर मिले एक अन्य व्यक्ति की लाश की पहचान नहीं हुई है और ना ही वह लाश इस हत्याकांड से जुड़ी हुई है. वह एक अलग हादसे का मामला हो सकता है जिसकी जांच चल रही है. जहाँ तक मृतका के पति पति बिनु सिंकु का सवाल है मृतका का पति वह जीवित है और पुणे में मजदूरी का काम करने गया हुआ है. मालूम रहे की केंदपोशी रेलवे स्टेशन के पास हुए इस हत्याकांड ने सभी को झकझोर कर रख दिया था. लेकिन जिस तरह से हत्याकांड का खुलासा हुआ है और हत्या की वजह सामने आई है उससे भी लोग आश्चर्य में हैं. परिवार के लोग ही अपनों को इस तरह बर्बरतापूर्ण तरीके से मारकर मौत के घाट उतार रहे हैं तो यह बेहद चिंता का विषय है. इस तरह के मामलों को गंभीरता से लेते हुए गाँव में जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है ताकि इस तरह का जघन्य अपराध और हृदय विदारक हत्याकांड दोबारा किसी भी जगह ना घटे.