झूलते तारो व झुके खंभो से सबसे अधिक डर आंधी-तूफान ( मौजूदा ) मौसम में
धनबाद : शहर में बिजली के झुके हुए खंभे एवं खंभों में उलझी तारों का जंजाल लाेगों के लिए खतरे की घंटी साबित हो रही है। यहा कभी भी किसी बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है। जिसका खामियाजा आम जनता को अपनी जान गवा कर चुकानी पड़ सकती है। शहर के बैंकमोड़, पुरानाबाज़ार, हीरापुर, चिरगोड़ा समेत कई स्थानों पर बिजली के खंभो में नंगी तारो का जंजाल है। कुछ खंबे ऐसे भी है जिसमे नंगी तार झूल रही है। इन झूलते तारो व झुके खंभो से सबसे अधिक डर आंधी-तूफान ( मौजूदा ) मौसम में है। लेकिन विभाग के लोग आंधी तूफान के समय बिजली काट कर अपना फर्ज तो निभा देते है। लेकिन बिजली के इन खुले तारों की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। वहीं आम जनता अब इन खंभो के पास से गुजरने भी डरने लगे है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही से बीते कुछ सालों में कई लोगों की जान गई है। कहा कि बीते 15 अगस्त को कतरास के आकाश किनारी कोलियरी के समीप तिरंगा लगाने के क्रम में पांच बीसीसीएल कर्मी करंट की चपेट में आ गए थे इनमें से एक की मौत मौके पर ही हो गई थी जबकि चार लोग बुरी तरह झुलस गए थे। विभाग को जल्द से जल्द शहर के चौक चौराहे व गली मोहल्लों में लगे बिजली के खंभो को दुरुस्त करने एवं उलझी तारों को सुलझाने की जरूरत है। ताकि फिर कोई बड़ा हादसा ना हो।
बीते दो साल में शहर में एसे घटी घटनाएं
केस एक :7 अक्टूबर 2021 को शहर के बैंकमोड़ स्थित उर्मिला टावर के समीप 11000 वोल्ट का तार टूटकर गिरने से सड़क किनारे गुपचुप खा रही मां बेटी बुरी तरह झुलस गई। हालांकि राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी की भी जान नहीं गई। इसके बावजूद आज भी तारों का जंजाल को हटाया नही गया है।
केस दो :8 नवंबर 2021 को झरिया के रहने वाले केसरी परिवार के पांच सदस्य 11000 तार की चपेट में आकर झुलस गए इस दौरान सदस्यों में दो लोगों की मौत हो गई थी घटना के बाद स्थानीय लोगों ने विभाग से बिजली के नंगे तार वह जर्जर पोल को हटाने की मांग की थी।
केस तीन :वर्ष 2022 में धनबाद के बलियापुर इलाके में बिजली की तार टूटने से लगभग आधे दर्जन मवेशियों की मौत हो गई थी घटना के बाद ग्रामीणों ने बिजली विभाग का जमकर विरोध किया था ।झरिया के कतरास मोड़ के पास इसी साल सब्जी खरीद रहे एक व्यक्ति बिजली का तार टूट कर गिरने से झुलस गया. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
केस चार :18 अगस्त 2022 को झरिया के कतरास मोड़ स्थित सब्जी खरीद रहे एक व्यक्ति की बिजली की तार की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गया। इसे लेकर स्थानीय लोगो ने नंगे तार के नीचे जाली लगाने को लेकर आंदोलन भी कर चुके।
धरमेंद्र कुमार, हीरापुर : नंगे बिजली तारों के नीचे कहीं भी सपोर्ट नहीं है, जिससे जर्जर तार टूटकर सीधे जमीन पर गिर जाते हैं और राहगीर उनकी चपेट में आकर जान गंवा बैठते हैं। विभाग को जर्जर बिजली तारों व खंभो को बदलते हुए तार के जंजाल को हटाना चाहिए। ताकी अनहोनी से बचा जा सके।
दीपक कुमार, बरमसिया : शहर में बिजली के तार का जंजाल व खंभो की स्थिति काफी जर्जर हो चुकी है जिस कारण आम जनता अक्सर हादसे के शिकार हो रहे हैं। ऐसी घटनाओं के लिए बिजली विभाग पूरी तरह जिम्मेदार है। विभाग को खंभो को दुरुस्त कर मकड़े की जाल की तरह फैली तारो को हटानी चाहिए।