Dhanbad : बरवाअड्डा स्थित बाजार समिति परिसर में स्ट्रांग रूम बनाया गया है. लोकसभा चुनाव में मतदान के बाद एवं यही स्ट्रांग रूम में बंद है. 4 जून को वोट की गिनती होगी. तब तक जिले के थोक मंडी के कारोबार पूरी तरह ठप रहेगा. सोमवार को बाजार समिति परिसर में कारोबारी की एंट्री नहीं मिली. लगातार 10 दिन से अधिक मंडी बंद रहने से सबसे अधिक खाद्यान्न मंडी प्रभावित होगी. सोमवार को ही खाद्यान्न लेकर विभिन्न राज्यों से पहुंची गाड़ियां सड़कों पर खड़ी रही. खदान कारोबारी ने प्रयास किया. लेकिन गाड़ियां खाली नहीं कराई जा सकी. अब इनके पास भी सड़क पर कारोबारी करने की मजबूरी है कारोबारी का कहना है कि कारोबार जारी नहीं रहा तो खुदरा बाजार में खाद्यान्न की किल्लत हो सकती है.
देश के विभिन्न राज्यों से 100 से 200 गाड़ियां पहुंचती है धनबाद
मंडी में रोज देश के विभिन्न राज्यों से 100 से 200 गाड़ियां पहुंचती है. फल और खदान लेकर रोज लगभग 30 से 40 छोटे बड़े ट्रकों से आते हैं. फल 70 से 80 गाड़ी खाद्यान्न की आवक होती है. मंडी में 23 में से बंद है. मंडी वर्तमान स्थिति के अनुसार 4 जून तक रहेगी बंद. आवक कम होगी तो बढ़ेगी फलों के भाव. खाद्यान्न की आपूर्ति प्रभावित होने को खुदरा बाजार में होगी अनाज की कमी .
सड़क किनारे फल व्यवसाय लग रहे हैं अपनी दुकान
निरंकारी चौक के पास सड़क किनारे लग रही है. फल मंडी सामान्य तौर पर मंडी में सबसे फल कारोबारी की एंट्री होती है. फल कारोबारी को एंट्री नहीं मिली तो उन्होंने मंडी परिसर से कुछ दूरी पर संत निरंकारी आश्रम के पास सड़क पर फलों का कारोबार सजा दिया. फल लेकर पहुंचे 30 से अधिक छोटे-बड़े वाहनों का अनलोड कर दूसरे जिलों व धनबाद के खुदरा कार्यकारियों को भेजी गई. कश्मीर से कंटेनर लेकर धनबाद आया 17 लाख का से खराब हो गया.
फल कारोबारी अमित सिंह ने कहा कि मतदान के दौरान 23 से 25 तक मंडी बंद रहा फलों की कई गाड़ियां मंडी पहुंची. लेकिन डाउनलोड नहीं हो पाई. एक ऐसी कंटेनर में खराबी आ गई. जिस से खराब होने लगे कंटेनर में 17 लख रुपए का माल है और इससे किसान और कारोबार दोनों को नुकसान हो गया. नए ऑर्डर रोक दिए गए हैं आम, अंगूर की बुकिंग साल भर पहले हो जाती है. इन चीजों की आवक नहीं रोक सकते हैं आवक प्रभावित होगी तो फलों की कीमतों में बढ़ोतरी होगी.
बाजार समिति चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष जितेंद्र अग्रवाल ने कहा कि धनबाद मंडी से धनबाद के साथ गिरिडीह, जामताड़ा, गोड्डा, पाकुड़, देवघर सहित विभिन्न जिलों में फल व खाद्यान्न की आपूर्ति होती है. व्यवसाययों ने हमेशा जिला प्रशासन को पूर्ण सहयोग किया है. प्रशासन भी कारोबारी का सहयोग करें.
बाजार समिति चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के व्यवसाय गौरव गर्ग ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से लगातार मंडी बंद रहने की जानकारी नहीं दी गई. 23 में से मंडी बंद है बाहर से आई गाड़ियां अनलोड करने का दबाव बन रही है. अचानक आई स्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक इंतजाम करना भी आसान नहीं है. पहले से इसकी जानकारी होती तो व्यवसाय इस स्थिति के लिए तैयार रहते.