DHANBAD: मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच भीषण गर्मी व तेज बुखार के कारण लोग परेशान हैं। ऐसे में लोग वायरल फीवर की चपेट में आने लगे हैं। असर यह है कि मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, सदर अस्पताल के आउटडोर में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की संख्या बड़ी है तो, सदर अस्पताल में इन दोनों पहले की तुलना में अधिक मरीज आ रहे हैं। वायरल फीवर की शिकायत लेकर आने वाले मरीज अधिक है। ओपीडी में सर्दी, खांसी, बुखार, डायरिया के मरीज की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। अचानक तेज गर्मी से पुरुष – महिलाओं के साथ बच्चों को भी बीमार बना रहे हैं।
इन बीमारियों के चपेट में आ रहे हैं लोग
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ यूके ओझा ने बताया कि शनिवार को वायरस से पीड़ित करीब 220 मरीज का इलाज किया गया। सदर अस्पताल इलाज के लिए आ रहें मरीजों में करीब 40 फ़ीसदी मरीज मौसमी बीमारी से पीड़ित है। वायरल फीवर फ्लू, टाइफाइड, बदन दर्द, सर्दी – खांसी, डायरिया से लोग पीड़ित हो रहे हैं। लोगों को पूरी तरह खान-पान पर ध्यान देना चाहिए ।
बच्चे भी आ रहे हैं चपेट में
गर्मी के कारण बच्चे भी बीमार पड़ रहे हैं। वायरल फीवर के साथ डायरिया बच्चों की सेहत प्रभावित कर रही है। निमोनिया के कैस भी बढ़ रहे हैं। विभाग के एचओडी डॉ अविनाश कुमार कहते हैं कि ऐसे धूप और गर्मी से आने के तुरंत बाद एसी चलाने व ठंडा पानी वह पर पदार्थ के सेवन से हो रहा है। शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दो दिनों में 17 बच्चों का अस्पताल में इमरजेंसी में लाया गया।पेट संबंधित रोगों के मरीज बढ़े मरीजों में पेट दर्द, उलटी, डायरियां, एसिडिटी व गैस की शिकायत ज्यादा दिख रही है।
मेडिसिन एचओडी डॉक्टर यूके ओझा ने बताया कि तापमान बढ़ने और खान-पान में सावधानी नहीं बरतने से मरीज अचानक बढ़ गए हैं। ओपीडी में शनिवार को 30 से 35 मरीज इन बीमारियों के पहुंचे। सदर अस्पताल के ओपीडी में 15 से 20 मैरिज पेट दर्द उल्टी आदि की शिकायत लेकर पहुंचे।शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ यूके ओझा ने कहा कि वायरल बुखार, डायरिया होने पर मरीज काफी कमजोर की शिकायत कर रहे हैं। इसलिए इसमें पूरी तरह से बचने की जरूरत है इस स्थिति में बचने के लिए एहतियात बरसना जरूरी है।
क्या बरतें सावधानियां
ताज और गर्म भोजन करें। खुले में बिक रहे खाने-पीने की चीजों का सेवन ना करें। गंदे वाले जगह से खाद्य पदार्थ न ले। प्रचुर मात्रा में और साफ पानी पिए। हाथ की धुलाई साबुन से करें। उल्टी दस्त हो तो ओआरएस का घोल लें। धूप में निकलने से बचे।