Dhanbad : धनबाद के सदर अस्पताल में अवैध पार्किंग की वजह से मरीजों की जान भी जा सकती है. दरअसल सदर अस्पताल परिसर इन दिनों अवैध पार्किंग स्थल के रूप में तब्दील हो गया है. परिसर में हमेशा दर्जनों गाड़ियां खड़ी रहती हैं. ये गाड़ियां न तो किसी चिकित्सक व कर्मी की होती हैं और न ही मरीज को लेकर आयी होती हैं. ऐसे में सहज ही यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि आखिर में गाड़ियां किनकी होती हैं, जो अस्पताल परिसर का उपयोग पार्किंग के रूप में करते हैं. अवैध पार्किंग की वजह से एंबुलेंस चालक को मजबूरन अस्पताल पहुंचने से पहले या निकलते ही परिसर में एंबुलेंस को रोकना पड़ता है. जिस वजह से मरीजों की जान भी जा सकती है. ऐसा ही नजारा मंगलवार को धनबाद के सदर अस्पताल में देखा गया. जहां अस्पताल से एक मरीज को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया. मरीज को 108 एंबुलेंस से ले जाया जा रहा था. इसी दौरान अस्पताल परिसर में अवैध रूप से पार्किंग की वजह से एंबुलेंस वहीं फंस गई. जब एम्बुलेंस चालक के द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद भी आगे नहीं ले जाया जा सका, तो चालक ने अपने सीनियर को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंचे 108 एंबुलेंस के जिला प्रभारी संजय कुमार दसोंधी ने तत्परता दिखाते हुए मरीज को तुरंत दूसरे एंबुलेंस में शिफ्ट कर अस्पताल के लिए रवाना किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि एक मरीज को सदर अस्पताल से शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया था. जहां 108 गाड़ी उसे उठाकर ले जाने के दौरान गलत पार्किग की वजह से फस गई. इनकी सूचना धनबाद पुलिस और सिविल सर्जन को दी गई है. उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल आने-जाने के लिए बहुत ही पतला रास्ता है. ऐसे में अवैध रूप से पार्किंग की वजह से एंबुलेंस पार नहीं हो पाती है. ऐसे में मरीजों की जान भी जा सकती है. ऐसे में इसका जिम्मेदार कौन होगा. प्रशासन को इस क्षेत्र को पार्किंग मुक्त किया जाना चाहिए. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉक्टर सीबी प्रतापन ने कहा कि अवैध पार्किंग की समस्या आज नहीं वर्षों से चली आ रही है. उन्होंने कहा कि अवैध पार्किंग की वजह से रोजाना इसी तरह का समस्या देखने को मिल जाएगी. इसे रोकने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है.