गिरिडीहः जमीन घोटाले में ईडी की जांच के बाद कोर्ट के निर्देश पर होटवार जेल गए पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को बुधवार ने जमानत देने से इंकार कर दिया। और अब उन्हें जेल में ही रहना होगा। लिहाजा, अब गिरिडीह झामुमो पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के इसी जेल यात्रा को लेकर विक्ट्रिम कार्ड खेला है। गांडेय उपचुनाव में ही उनकी पत्नी और गांडेय की झामुमो प्रत्याशी कल्पना सोरेन ने भी पति के जेल भेजने को भाजपा की साजिश बता कर जमकर इमोशनल कार्ड खेली थी। और अब झामुमो भी इस चुनाव में मथुरा महतो की जीत दर्ज कराने के लिए इसी विक्टिम कार्ड का सहारा ले रहा है। क्योंकि बुधवार को झामुमो ने गिरिडीह लोस प्रत्याशी मथुरा महतो के प्रचार गाड़ी में हेमंत सोरेन को जेल में बंद दिखाकर जनता की सहानुभूति हासिल करने का जुगाड़ तो बिठा लिया, और केन्द्र में इंडि गठबंधन के सरकार बनाने की अपील करते हुए वोटरों से मतदान की अपील किया है।
। वैसे कल्पना और गिरिडीह झामुमो का यह विक्टिम कार्ड सफल कितना होगा, यह तो अब 4 जून को ही स्पस्ट हो पाएगा। शहर में फिलहाल मथुरा महतो की हाथ जोड़े तस्वीर के और हेमंत सोरेन के जेल में बंद तस्वीर वाला चुनाव प्रचार रथ तेजी के साथ भ्रमण कर लोगों से सहानुभूति वोट हासिल करने के प्रयास में है। झामुमो के इस प्रचार वाहन की चर्चा भी काफी अधिक है। और जिसमें शहर के लोग इसे सिर्फ झामुमो का इमोशनल कार्ड बता रहे है। बहरहाल, एक तरफ झामुमो का विक्टिम और इमोशनल कार्ड के सहारे वोट जुगाड़ करने का तरीका।
दुसरी तरफ गिरिडीह लोस में जयराम महतो का बढ़ता दबदबा दोनों ही झामुमो की मुश्किल बढ़ाता दिख रहा है। क्योंकि जयराम महतो का तूफानी प्रचार का सबसे अधिक प्रभाव फिलहाल झामुमो के गढ़ में ही देखने को मिल रहा है। इसे पहले भी जयराम महतो पूर्व सीएम हेमंत सोरेन पर सीधे तौर पर सीधा हमला करते रहे है। खातियानी संघर्ष मोर्चा के प्रत्याशी जयराम महतो के डुमरी में हुए प्रचार के दौरान काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी। वहीं बेरमो के करगली मंे ही हजारों की संख्या में उनके समर्थकों की भीड़ जुटी थी। लिहाजा, माना भी यही जा रहा है कि जयराम महतो के आने के बाद चुनावी माहौल त्रिकोणीय जरुर हुआ है। लेकिन जयराम के समर्थन में उमड़ी भीड़ वोट में कितना शिफ्ट होगा, यह भी चार जून को ही स्पस्ट हो पाएगा।