Dhanbad : धनबाद के 8 लाइन रोड पर बिरसा मुंडा पार्क और अशर्फी अस्पताल के बीच शान ए पंजाब होटल के समीप सोमवार को अनियंत्रित एसयूवी की चपेट में आने से दो सगी बहनों की मौत हो गई। जिसके बाद गोमो का रतनपुर स्थित ग्रेव यार्ड में इशिका और जिया को अंतिम विदाई दी गई। उनके शव ताबूत में और ऊपर उनकी मुस्कान बिखरते तस्वीर लगी थी।
मंगलवार की दोपहर एक साथ एक ही कब्र में दफन कर दिया गया। गोमो के सुभाष नगर स्थित होरो परिवार के घर से दोपहर करीब 12 बजे दोनों बेटियों की शव यात्रा निकाली। ताबूतों पर दोनों की तस्वीर लगी थी। सैकड़ो लोग अंतिम यात्रा में शामिल होकर रतनपुर के ग्रेव यार्ड पहुंचे। कब्र में शव रखे गए और फूल माला चढ़कर सब ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
पादरी के अंतिम प्रार्थना की… हे ईश्वर दोनों पुण्य आत्माओं को अपने राज्य में स्थान दें। अमीन के साथ मिट्टी दी गई कैंडल जलाकर लोगों ने सामूहिक प्रार्थना की। इस दौरान मां तरन्नुम उर्फ़ गुड़िया और पिता जॉय होरो का कलेजा छल्ली हुए जा रहा था। मां बार-बार मूर्छित हो जा रही थी। होश आते ही कहती है मेरी दोनों परियां मुझसे छीन ली। वही दोनों बहन का छोटा लाडला भाई 8 साल का ऑस्टिन एकदम गुमसुम है.. जैसे सदमे की हालत में हो समझ ही नहीं पा रहा है कि उनके साथ खेलने वाला, लाड जताने वाले बहाने ताबूत में क्यों हैं? उठकर उसे बात क्यों नहीं कर रही। पिता जॉय होरो कभी पत्नी को संभालते हैं। कभी बच्चों को और कभी खुद को ताबूत में बेटियों के चेहरे निहारत हैं और एक बार की दुख और आक्रोश में फटे पड़ते हैं।