DHANBAD : राजगंज कतरास फोरलेन सड़क के राहुल चौक और लिलोरी मंदिर स्थित रेलवे क्रॉसिंग मार्ग इन दोनों एक्सीडेंट स्पॉट के रूप में चिन्हित हो गया है। दोनों स्थलों पर आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती है। सोमवार को रात 10:30 बजे राहुल चौक में कार और पिकअप वैन के बीच जोरदार टक्कर हो गए। हादसे में दोनों वाहनों के चालक गंभीर रूप से घायल हो गए। लोगों ने बताया कि कार तेज रफ्तार से बोकारो की ओर आ रही थी। जबकि पिकअप वैन राजगंज से बाघमारा की ओर जा रही थी। इस दौरान दोनों के बीच टक्कर हुई। टक्कर से कर डिवाइडर से जा टकराई। जिससे कार का टायर ब्लास्ट हो गया और चालक घायल हो गया। घटना के बाद आधा घंटे तक पिकअप वैन का चालक दर्द से कहलाता रहा लेकिन पुलिस का कोई अता-पता नहीं था। लोगों ने कहा कि पुलिस मौके पर पहुंचती तो चालक का इलाज जल्दी होता। बाद में चालक का इलाज कराया गया। टक्कर के बाद पिकअप वैन पलट गई। चालक के सिर पर गंभीर चोट आई पिकप वैन वालों ने राहगीरो से मिन्नत कर पलटी पिकअप वैन को सीधा करके दोनों वाहनों को साइड कराया। इसके बाद पिकअप बैंक खलासी वाहन लेकर भाग गया।
पथ निर्माण विभाग और एनएचआईए राहुल चौक पर गंभीरता से नहीं किया चिंतन
जानकारों ने बताया कि सड़क बनाने के दौरान पथ निर्माण विभाग और एनएचआईए राहुल चौक पर गंभीरता से चिंतन नहीं किया। चौक में बाघमारा की ओर से आने वाली सड़क मिलती है। इस मार्ग में चंद्रपुर बाघमारा हिरना आदि से प्रतिदिन हजारों छोटी बड़ी गाड़ी वाहनों का धनबाद आना-जाना होता है। बड़े-बड़े मकान होने के कारण बाघमारा की ओर से आने वाले वाहनों को फौरन सड़क से आ रहे वाहनों की जानकारी नहीं हो पाती है। यह स्थिति फोर लेन सड़क के आने वाले वाहनों की भी है। जिससे चौक पर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। इसके अलावा राजगंज जीटी रोड की ओर से आने वाले वाहन विभाग द्वारा की ओर से जाने के लिए दाएं मोड़ते हैं। ऐसे मौके पर यदि भटमुना की ओर से फौरन सड़क पर तेजी गति से कोई वहां आ जाए तो स्थिति चिंताजनक हो जाती है। कतरास से राहुल चौक की ओर आने-जाने वाले तमाम वाहनों को भगत सिंह चौक से राहुल चौक तक गलत लेने पर आना पड़ता है। जिसे भी दुर्घटना की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। जिला प्रशासन का ध्यान भी ईश्वर नहीं है
चौक पर लगा सीसीटीवी व टी ओ पी महज खानापूर्ति
एसएसपी के निर्देश पर राहुल चौक में आनंन-फानन में टीओपी बनाया गया ।चौक में है मास्टर लाइट के खंभे पर सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया। हालांकि कैमरा का उपयोग आज तक नहीं हुआ है। टीओपी में भी ताला बंद रहता है। चौक में सीसीटीवी कैमरा लगाने वह टीओपी खोलने की महज एक औपचारिकता पूरी की गई है। लोगों ने कहा कि टीओपी में हमेशा पुलिस रहती तो राजगीर सुरक्षा को लेकर अस्वस्थ होते। वही सीसीटीवी चालू होने से चौक से गुजरने वाली वाहन सहित वीडियो पर पुलिस नजर रखती।