2024 का झारखंड विधानसभा चुनाव कई मायनों में अद्भुत रहा. प्रचार से लेकर वोटिंग तक नए-नए रिकॉर्ड बनते रहे. 2024 के विधानसभा चुनाव में झारखंड के इतिहास में सबसे अधिक वोटिंग हुई. यह प्रतिशत 67.74% बताई गई है. यह पिछले सभी चुनाव से अधिक है. 2005 के चुनाव में 57.03 % वोटिंग हुई थी. 2009 के चुनाव में 56.99% लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. 2019 में 66.4 2% लोग वोटिंग को निकले थे. जबकि 2019 में 66.53 प्रतिशत मतदान हुआ था. वैसे ,मतगणना शुरू होने में अब कुछ ही घंटे शेष बचे है.
इस बीच प्रत्याशियों की धड़कनें तेज होती जा रही है. धनबाद जिले की 6 सीटों पर हुई वोटिंग की गिनती भी 23 नवंबर को कृषि बाजार समिति परिसर में होगी. इसके लिए कुल 702 कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. सबसे कम बूथों वाले झरिया विधानसभा क्षेत्र का 20 टेबल पर काउंटिंग होगी. टुंडी और बाघमारा के लिए भी 20-20 तो सिंदरी और निरसा के लिए 22-22 टेबल होंगे. सबसे अधिक 23 टेबल धनबाद सीट के लिए बनाए गए है. जानकारी के अनुसार कम प्रत्याशी होने के कारण सिंदरी, निरसा और झरिया सीटों का रुझान पहले मिलने लगेंगे. झरिया सीट की काउंटिंग 15 राउंड में पूरी हो जाएगी.
उसका रिजल्ट सबसे पहले आ सकता है. उसके बाद बाघमारा का परिणाम 17 राउंड के बाद आएगा. निरसा व सिंदरी का रिजल्ट 20-20,टुंडी का रिजल्ट 21 राउंड और धनबाद का 23 राउंड के बाद परिणाम सामने आएगा. सबसे अधिक 45 8 बूथ धनबाद में है और प्रत्याशी भी यहां 18 है. धनबाद का रिजल्ट सबसे अंत में आएगा. फिलहाल धनबाद का मौसम अब बदल रहा है. ठंड बढ़ रही है लेकिन चुनावी तपिश पूरे झारखंड में बढ़ी हुई है. 20 नवंबर को मतदान के बाद प्रत्याशियों ने अपने-अपने ढंग से रिलैक्स किया, लेकिन अब कल सुबह काउंटिंग के साथ ही उनका तनाव बढ़ना शुरू हो जाएगा और कल शाम होते-होते उनके भाग्य का फैसला भी आ जाएगा.