झारखंड में आने वाले चुनावों में महिलाओं के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा, खासकर चार प्रमुख सीटों पर। ये मुकाबले न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि उम्मीदवारों की निजी कहानियां भी ध्यान आकर्षित कर रही हैं।
सबसे ज्यादा चर्चा में है गांडेय सीट, जहां झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी, कलपना सोरेन, का सामना भाजपा की मुनिया देवी से होगा, जो वर्तमान में गिरिडीह जिला परिषद की चेयरपर्सन हैं। गांडेय सीट ने तब सुर्खियां बटोरीं, जब सरफराज अहमद ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद इस्तीफा दिया था, जिसका संबंध मनी लॉन्ड्रिंग केस और जमीन घोटाले से जुड़ा था। इसके बाद अहमद को राज्यसभा सांसद चुना गया। इस साल हुए उपचुनाव में कलपना सोरेन ने भाजपा के दिलीप कुमार वर्मा को 27,149 वोटों से हराकर इस सीट पर जीत दर्ज की थी।
जमशेदपुर के जगरनाथ महतो की पत्नी और JMM उम्मीदवार बेबी देवी का डुमरी सीट पर AJSU की यशोदा देवी से सीधा मुकाबला है। पिछले चुनाव में भी यशोदा देवी ने AJSU टिकट पर चुनाव लड़ा था और दूसरे स्थान पर रही थीं।
झरिया सीट पर तो और भी दिलचस्प स्थिति है, जहां एक ही परिवार की दो बहुएं — कांग्रेस की पूनम नीरज सिंह और भाजपा की रागिनी सिंह — आमने-सामने हैं। कांग्रेस नेता नीरज सिंह की हत्या के बाद उनकी पत्नी पूनम को कांग्रेस ने फिर से उम्मीदवार बनाया है। वहीं, रागिनी सिंह, जिनके पति संजीव सिंह पर नीरज सिंह की हत्या का आरोप है और वे इस समय जेल में हैं, भाजपा की उम्मीदवार हैं।
इस चुनाव में झारखंड के राजनीतिक समीकरणों के साथ व्यक्तिगत संघर्ष और पुराने प्रतिद्वंद्विता भी देखने को मिल रहे हैं।